महालक्ष्मी का प्राकट्यपर्व दीपावली 27 अक्तूबर2019, रविवार को है। इस दिन महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना के साथ-साथ श्रीगणेश, कुबेर, नवग्रह, षोडशमातृका, सप्तघृत मातृका, दशदिक्पाल और वास्तुदेव का आवाहन-पूजन करने से वर्षपर्यंत अष्टलक्ष्मी की कृपा बनी रहती है जिनसे परिवार में मांगलिक कार्यों और सुख-शान्ति की वृद्धि से आत्मसुख मिलता है। इस …
Read More »गोवर्धन पूजा अन्नकूट
कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को (दिवाली के अगले दिन) अन्नकूट उत्सव मनाया जाता है|इसी दिन बलि पूजा,गोवर्धन पूजा आदि होते हैं|इस दिन गोबर का अन्नकूट बनाकर या उसके समीप विराजमान श्री कृष्ण के सम्मुख गाय तथा ग्वाल बालों की पूजा की जाती है|यह बृजवासियों का मुख्य त्यौहार है|इस दिन मंदिरों में …
Read More »लक्ष्मीजी (दिवाली) की कहानी
एक साहूकार की बेटी थी| वह रोजाना पीपल सींचने जाया करती थी|पीपल में से लक्ष्मी जी निकलती और चली जाती थी|एक दिन लक्ष्मी जी ने साहूकार की बेटी से कहा कि तु मेरी सहेली बन जा,तब साहूकार की बेटी ने कहा-मैं अपने पिताजी से पूछ आऊ,तब कल सहेली बन जाऊँगी| …
Read More »दिवाली मनाने के कारण
दीपावली त्यौहार को लेकर समाज में कई तरह की धारणाएं,परम्पराएँ और रीति-रिवाज़ प्रचलित हैं|उनमें से कुछ तो हिन्दू धर्म में उल्लेख हैं,लेकिन अधिकतर का स्थानीय संस्कृति और पहले से चली आ रही परम्परा से सम्बन्ध है|आओ जानते हैं इस त्यौहार को मनाने के कारण| कहा जाता है कि इस दिन …
Read More »महालक्ष्मी पूजन विधि (दीपावली )
लक्ष्मी पूजन के लिए पहले सफेदी से दीवाल पोत लें|फिर गेरुआ रंग से दीवाल पर ही बहुत सुन्दर गणेश जी और लक्ष्मी जी की मूर्ति बनाएं|इसके अलावा जिन देवी देवताओं को और मानते हो,उनकी पूजा करने को उनके मंदिरों को जावें|साथ में जल,रोली,चावल,खील,बताशें,अबीर,गुलाब,फूल,नारियल, मिठाई,दक्षिणा,धूंप,दियासलाई आदि सामग्री ले जावें और पूजा …
Read More »बड़ी दिवाली (दीपावली)
कार्तिक मास की अमावस्या के दिन दीपावली (दिवाली)मनाई जाती है|इस दिन भगवती महालक्ष्मी का उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है|जिस तरह रक्षा बंधन ब्राह्मणों का,दशहरा क्षत्रियों का,होली शूद्रों का त्यौहार है|उसी प्रकार दिवाली वैश्यों का त्यौहार माना जाता है|परन्तु भारतवर्ष महान देश होने के कारण चारों बड़े-बड़े त्यौहारों …
Read More »छोटी दिवाली (दीपावली)
यह कार्तिक बदी चौदस के दिन ही मनाई जाती है|इस दिन सुबह उठकर आटा,तेल हल्दी से उबटन करें,फिर स्नान करें|भोजन करने से पहले इस प्रकार पूजा करे|एक थाली में एक चौमुखा दीपक और 16 छोटे दीपक रख लें|उनमे तेल और बत्ती डालकर जला लेवें|फिर रोली,खील,गुड़,धूप,अबीर,गुलाब,फूल आदि से पूजा करें| शाम …
Read More »नरक चतुर्दशी को क्यों कहते हैं रूप चतुर्दशी ? जानें इसके पीछे की रोचक कथा
यह चतुर्दशी कार्तिक कृष्ण पक्ष में आती है|इस दिन सौंदर्य रूप श्री कृष्ण की पूजा करनी चाहिए|इस दिन व्रत भी रखा जाता है|ऐसा करने से भगवान सुन्दरता देते है|इसी दिन नरक चतुर्दशी का व्रत भी रखा जाता है| रूप चतुर्दशी व्रत की कथा एक समय भारत वर्ष में ‘हिरण्यगर्भ’ नामक …
Read More »नरक चतुर्दशी की कथा
प्राचीन समय में रन्तिदेव नामक राजा था वह पहले जन्म में धर्मात्मा,दानी था|उसी पूर्व-कृत कर्मों से,इस जन्म में भी राजा ने अपार दानादि देकर सत्कार्य किये|जब उसका अंत समय आया तब यमराज के दूत उन्हें लेने आये|बार-बार राजा को लाल-लाल आंखें निकालकर कह रहे थे-राजन!नरक में चलो,तुम्हेँ वहीँ चलना पड़ेगा?इस …
Read More »धन तेरस (धन्वन्तरी जयन्ती) कथा
यह कार्तिक मास कृष्ण पक्ष 13 त्रयोदशी को मनाया जाता है|इस दिन घर में लक्ष्मी का आवास मानते है इस दिन ही धन्वन्तरि वेद्य समुद्र से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे,इसलिए धनतेरस को ‘धन्वन्तरि-जयंती’भी कहते हैं|यह त्यौहार दीपावली आने की पूर्व सूचना देता है| धन तेरस की कथा एक …
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