कालसर्प एक ऐसा योग है,जिसमे व्यक्ति जहा से चलता है,लौटकर वहीँ आ जाता है|कारोबार या नौकरी में व्यक्ति हजारों-लाखों कमाता है,और एक ही दिन में उसका कमाया धन नष्ट हो जाता है|तात्पर्य यह है कि यह वो योग है,जो सांप-सीढी के खेल में 99 आने पर सर्प काट लेता है …
Read More »संकट निवारण महामृत्युंजय मन्त्र से क्यों ?
प्राचीन ग्रंथों में भगवन शिव को प्रसन्न करने,अकालमृत्यु से बचने तथा असाध्य रोगों से मुक्त होने के लिए भगवन शिव के महामृत्युंजय मन्त्र के जाप का उल्लेख किया गया है|इस जप के प्रभाव से व्यक्ति मौत के मुह में जाने से भी बच जाता है| यदि मारक गृह-दशाओं के …
Read More »14/15 जनवरी को हैं,मकर संक्रांति क्या करे अपनी राशि के अनुसार दान?
मकर संक्रांति दान, उपाय और फल पढ़ें राशि अनुसार… 14/15 जनवरी को मकर संक्रांति, क्या जीवन में लाएगी शांति? 15 जनवरी को मकर संक्रांति है। आइए जानते हैं इस दिन अपनी राशि के अनुसार क्या दान करें कि हर तरह से शुभता मिले। 1. मेष- जल में पीले पुष्प, हल्दी, …
Read More »मोक्षदा एकादशी का व्रत
अगहन शुक्ल पक्ष एकादशी दत्त जयंती तथा ‘मोक्षता’ एकादशी के नाम से प्रसिद्ध है|इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने माहाभारत युद्ध प्रारंभ होने के पूर्व मोहित हुए अर्जुन को श्रीमद भगवद्गीता का उपदेश दिया था|इस दिन श्री कृष्ण व गीता की पूजा आरती करके,उसका पाठ करना चाहिए|गीता में भगवान श्री …
Read More »उत्पन्ना एकादशी का महत्व और कथा
यह व्रत माघशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष में किया जाता है|इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा का विधान है|व्रत रखने वालों को दशमी के दिन-रात में भोजन नहीं करना चाहिए|एकादशी के दिन ब्रह्म बेला में भगवान की पुष्प,जल,धूप,अक्षत से पूजन करके निराजना करनी चाहिए|इस व्रत में केवल फलों का …
Read More »जो कुम्भ या माघ में प्रयागराज न जा सके,वे पुण्यलाभ कैसे करें ?
जो प्रयागराज न जा सके,वे पुण्यलाभ कैसे करें ? जो श्रद्धालु लोग प्रयाग न जा सके तो वे केवल माघ मास में अथवा केवल इस अर्धकुम्भ पर्व के दिन किसी भी समीपस्थ महानदी के संगम पर;वहां भी न जा सके तो किसी महानदी में;वहां भी न पहुँच सकें तो किसी …
Read More »सोमवती अमावश्या पर करे पितृदोष, का अकाट्य उपाय- पं.गजानन शास्त्री
स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं। 🌷 सोमवती अमावस्याः दरिद्रता निवारण 🌷 ➡ 16 अप्रैल 2018 सोमवार को सूर्योदय से सोमवती अमावस्या है । 🙏🏻 सोमवती अमावस्या के पर्व में स्नान-दान का बड़ा महत्त्व है। …
Read More »मांग में सिन्दूर भरना सुहाग की निशानी क्यों?
मांग में सिन्दूर भरना सुहाग की निशानी क्यों? विवाह के अवसर पर एक संस्कार के रूप में वधू की मांग में वर सिन्दूर भरता है| इसे ही सुमंगली क्रिया कहते है| इसके पश्चात् विवाहित स्त्री अपने पति की दीर्घायु की कामना करते हुए जीवन भर मांग में सिन्दूर लगाए रखती …
Read More »स्वस्थ जीवन के लिए प्राणायाम आवश्यक क्यों?
स्वस्थ जीवन के लिए प्राणायाम आवश्यक क्यों? प्राण अर्थात् जीवन शक्ति (vital power) और उसका आयाम अर्थात् विस्तार,नियमन मिलकर प्राणायाम शब्द की रचना हुई है | प्राणायाम अष्टांग योग का एक महत्त्वपूर्ण अंग है जिसका शाब्दिक अर्थ है- प्राण का व्यायाम | महर्षि पतंजलि के मतानुसार- तस्मिन् सति श्वास-प्रश्वासयोर्गतिविच्छेद: प्राणायाम: …
Read More »सर्व प्रथम गणेश का ही पूजन क्यों? आचार्य गजानन शास्त्री
सर्व प्रथम गणेश का ही पूजन क्यों? हिन्दू धर्म में किसी भी शुभकार्य का आरम्भ करने से पहले गणेश जी की पूजा करना परमावश्यक माना गया है, क्योकि उन्हें विघ्नहर्ता व रिद्धि-सिद्धि का स्वामी कहा जाता है| इनके स्मरण,ध्यान,जप,आराधना, से कामनाओं की पूर्ति होती है,व विघ्नों का विनाश होता है| …
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