अगहन शुक्ल पक्ष एकादशी दत्त जयंती तथा ‘मोक्षता’ एकादशी के नाम से प्रसिद्ध है|इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने माहाभारत युद्ध प्रारंभ होने के पूर्व मोहित हुए अर्जुन को श्रीमद भगवद्गीता का उपदेश दिया था|इस दिन श्री कृष्ण व गीता की पूजा आरती करके,उसका पाठ करना चाहिए|गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कर्मयोग पर विशेष बल दिया है तथा आत्मा को अजर-अमर अविनाशी बताया है|जैसे पुराने कपड़े को छोड़कर मनुष्य नया कपडा धारण करता है उसी प्रकार से आत्मा पुराने शरीर को छोड़कर नया शरीर धारण करती है|
मोक्षदा एकादशी के दिन मिथ्या भाषण,चुगली तथा अन्य दुष्कर्मो का त्याग करना चाहिए|भगवान दामोदर की धुप,दीप,नैवेद्य से पूजा करना व ब्राह्मण को भोजन कराकर दानादि देने से विशेष फल प्राप्त होता है|