यह कार्तिक बदी चौदस के दिन ही मनाई जाती है|इस दिन सुबह उठकर आटा,तेल हल्दी से उबटन करें,फिर स्नान करें|भोजन करने से पहले इस प्रकार पूजा करे|एक थाली में एक चौमुखा दीपक और 16 छोटे दीपक रख लें|उनमे तेल और बत्ती डालकर जला लेवें|फिर रोली,खील,गुड़,धूप,अबीर,गुलाब,फूल आदि से पूजा करें| शाम को पहले कारखाने की गद्दी की पूजा करे|फिर घर पर इसी भांति पूजा करे|पहले पुरुष फिर घर की स्त्रियाँ पूजन करें|पूजन के पश्चात सब दीपकों को घर में अलग-अलग प्रत्येक स्थान पर रख दें|गणेश लक्ष्मी के आगे चौक धूंप कर दें|
