Latest
Home / News / सूर्य ग्रहण में किये गए कुछ ऐसे कार्य जो बनते हैं आपके परेशानी का कारण ?

सूर्य ग्रहण में किये गए कुछ ऐसे कार्य जो बनते हैं आपके परेशानी का कारण ?

इस बार साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दिसम्बर में 26 तारीख को लग रहा है|जो साल का तीसरा ग्रहण भी है|इससे पहले 6 जनवरी को पहला ग्रहण और 2 जुलाई को दूसरा ग्रहण लगा था|ग्रहण के समय अपने दैनिक कार्यों में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखा जाना जरुरी होता है|ग्रहण काल से पहले लगने वाले सूतक काल को शुभ नहीं माना जाता है|कहते हैं इस काल में न कोई शुभ कार्य किया जाता है न किसी तरह की पूजा की जाती है|सूर्य ग्रहण के समय के दौरान मन्त्र,जाप,ध्यान लगाना,प्रार्थना करना,और हवन अच्छे फल देते हैं|हालांकि इस दौरान मूर्ति पूजा नहीं करनी चाहिए|सूतक काल(ग्रहण काल)के ख़त्म होने के बाद स्नान कर नए वस्त्र धारण करने चाहिए और देवताओं की मूर्तियों को गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करना चाहिए|ग्रहण काल के दौरान तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए और ग्रहण ख़त्म होते ही पौधे को गंगाजल छिड़ककर शुद्ध कर देना चाहिए|इस दौरान गायत्री मन्त्र या गुरु मन्त्र का जाप करना फायदेमंद होता है|इसके अलावा,दिया जलाकर रखना भी महत्वपूर्ण होता है|ग्रहण काल के दौरान भोजन करना,खाना पकाना,नहाना,शौच के लिए जाना और सोना आदि कार्य न करें|ग्रहण ख़त्म होते ही स्नान कर नए कपडे पहनें,अपने पितरों को याद कर दान करें|अगर आसपास कोई धार्मिक स्थल है तो वहां जाएं|जिन जगहों पर सूर्य ग्रहण दिखाई देने वाला है,वहां रहने वाले लोग ये काम जरुर करें|पहला काम यह की ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान कर लें|ग्रहण काल के दौरान ध्यान मुद्रा में रहें और मन्त्रों का जाप करें और ग्रहण ख़त्म होने के बाद दान करें|ग्रहण ख़त्म होने के बाद भी स्नान करें और गरीबों में अनाज,कपडे और पैसों आदि का दान करें|ऐसा करने के बाद एक बार और स्नान करें|

Check Also

astro welfare

2022 में ऋक् उपाकर्म (श्रावणी पूर्णिमा) शुक्ल-कृष्ण-यजु -उपाकर्म रक्षाबंधन कब और क्यों?

1.ऋक् उपाकर्म (श्रावणी पूर्णिमा) श्री मार्तंड,निर्णयसागर,त्रिकाल,भास्कर आदि पंचान्गानुसारेण| ऋग्वेदियों के इस उपाकर्म (ऋक् उपाकर्म)के तीन …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!