स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं। 🌷 सोमवती अमावस्याः दरिद्रता निवारण 🌷 ➡ 16 अप्रैल 2018 सोमवार को सूर्योदय से सोमवती अमावस्या है ।
🙏🏻 सोमवती अमावस्या के पर्व में स्नान-दान का बड़ा महत्त्व है।
🙏🏻 इस दिन भी मौन रहकर स्नान करने से हजार गौदान का फल होता है।
🌳 इस दिन पीपल और भगवान विष्णु का पूजन तथा उनकी 108 प्रदक्षिणा करने का विधान है। 108 में से 8 प्रदक्षिणा पीपल के वृक्ष को कच्चा सूत लपेटते हुए की जाती है। प्रदक्षिणा करते समय 108 फल पृथक रखे जाते हैं। बाद में वे भगवान का भजन करने वाले ब्राह्मणों या ब्राह्मणियों में वितरित कर दिये जाते हैं। ऐसा करने से संतान चिरंजीवी होती है।
🌿 इस दिन तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता मिटती है।
🙏🏻 क्या करें क्या न करें पुस्तक से
🌷 समृद्धि बढ़ाने के लिए 🌷 🌙 कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।
🙏🏻 दीक्षा मे जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें , जो भी समस्या है हल हो जायेगी ।
🌷 अमावस्या के दिन विशेष सावधानी 🌷
🍛 अमावस्या के दिन किसी दूसरे का अन्न खाने से १ महीने के साधन-भजन का पुण्य खिलाने वाले व्यक्ति को मिल जाता है l पूनम के दिन भी ऐसा होता है इसलिए अमावस्या या पूनम के दिन मुफ्त का अन्न न खाएं l
🙏🏻 स्कन्दपुराण के प्रभास खंड के अनुसार “अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।। तस्य मासकृतं पुण्क्मन्नदातुः प्रजायते”
जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।
अमावस्या के दिन उपाये करके दूर करे राहु केतु के दोष ===================== 1- अमावस्या के दिन पित्रों के निमित दान करना चाहिये जिससे की सूर्य, चंद्र आदि के दोष दूर होते है। भोजन से पूर्व गाय, कुत्ता और पक्षि हेतु भोजन का कुछ अंश निकाल कर इन्हे खिला दें। यह उपाय रोजगार प्राप्ती हेतु भी किया जा सकता है। 2- एक सूखा नारियल लें तथा उसमे एक छोटा सा छेद करके उसे भूरे से भर दें, उसके पश्चात किसी निर्जन स्थान पर जहां चिटीयों की बॉम्बी बनी हो वहां पर गाढ दे बस ध्यान दें की नारियल पर किया गया छेद धरती के उपर ही रहें। यह प्रयोग अनेक आपतियों से बचाता है। प्रयोग करने के बाद वापिस मुड कर न देखें। धन समृद्धि व प्रसन्नता हेतु यह प्रयोग किया जाना चाहिये। 3- घर में पूरी तरह से साफ सफाई करें तथा चारों कोनों में गंगाजल का छिडकाव करें। इसके अतिरिक्त पुराने कपडे, घर का खराब समान, अनुपयोगी वस्तुयें आदि घर से बाहर निकाल दें। 4- अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष का पूजन करना अति उत्तम होता है। 5- मछुआरों से या मछली का कार्य करने वालों से दो जिंदा मछलियों को लें तथा उन्हे किसी नदी अथवा तलाब में छोड दें। यह राहु व केतु का एक चमत्कारी उपाय है। दुर्घटना, बीमारी अथवा किसी प्रकार के कष्ट की सम्भावना हो तो ये उपाय करें। 6- नजर दोष से परेशान हो तो अमावस्या के दिन अपने घर के दरवाजे के ऊपर काले घोड़े की नाल को स्थापित करें। ध्यान रहे कि उसका मुंह ऊपर की ओर खुला रखें। 7- अमावस्या को खीर बनाकर ब्राह्मण को भोजन के साथ खिलाने पर महान पुण्य की प्राप्ति होती है, जीवन से अस्थिरताएँ दूर होती है। इस दिन संध्या के समय पितरों के निमित थोड़ी खीर पीपल के नीचे भी रखनी चाहिए।