मंगला गौरी व्रत पति की लम्बी उम्र के लिए किया जाने वाला ये व्रत सुहागन महिलाओ के लिए कहा गया हैं| श्रावण मास से सभी मंगल वार को ये व्रत करना चाहिए, मंगल वार के दिन सुवर्ण या मिट्टी की भगवती माँ गौरी की मूर्ति बनाकर विधिवत् पूजन में 16-16 प्रकार के फल,वस्त्र,पुष्प,पत्र, आदि अर्पण करना चाहिए| 16 बत्ती से आरती करनी चाहिए | इसी प्रकार 5 वर्ष तक 5 श्रावण मास में व्रत करे|
उद्यापन में 16 जोड़ो को भोजन करवाए,चांदी का शिला लोढ़ा,चांदी का दीपक सोने की बत्ती बनवाकर दान करे, माँ गौरी के समस्त श्रृंगार आभूषण का दान करे, विद्वान ब्राह्मण द्वारा कथा आदि श्रवण करके हवनादि कार्य करते हुए विधि पूर्वक उद्यापन करना चाहिए||