इसबार मकर संक्रान्ति 14/15 जनवरी मंगलवार को मनाई जाएगी| इसदिन सूर्य रात्रि 2 बजकर 06 मिनट पर मकर राशी में दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करेगा| इसके साथ ही मकर संक्रान्ति का पुण्य-काल (दान-पुण्य का समय) भी प्रारंभ हो जाएगा| जो 15 जनवरी को 5 बजकर 50 मिनट तक रहेगा, ऐसे में पुण्य-काल के लिए श्रेष्ठ समय पुुरे दिन मिल पाएगा| यद्यपि पञ्चांग कर्ताओं ने सूर्योदय (अस्य पुण्यकाल: धर्म शास्त्रानुसारेण परदिने सूर्योदय वेलात: श्रीकार पुण्यप्रद:) से ही पुण्यकाल दिया हैं| जो सुबह 7 बजकर 30 मिनट से शुरू हो जाएगा| मकर संक्रान्ति को शास्त्रों के अनुसार मकर राशी में सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण पर ही पुण्यकाल शुरू होता हैं, तथा उत्तरायण को देवताओ का दिन भी माना जाता हैं, इसलिए सकारात्मकता के प्रतिक इस पर्व में जप, तप, दान, स्नान, यज्ञ, श्राद्ध, तर्पण, आदि धार्मिक कार्यो का विशेष महत्व माना गया हैं|
इसबार की मकर संक्रान्ति निवास कुम्भकार (कुम्हार) के घर में रहेगा, वाहन- गर्दभ (गधा) उपवाहन- मेष, श्वेत वस्त्र, भुर्जपत्र कंचुकी, दंड आयुध, कांस्य पात्र, पक्वान्न भक्षण, मुख उत्तर में, दृष्टि वायव्य में, गमन पश्चिम दिशा में करेगी, माटी के लेपन के साथ युवावस्था में होने के कारण “सूर्य संक्रमण वार मंगल,वासा कुम्हार निवास| नक्षत्र नाम घोरा आदिवासी अल्पसंख्यक निर्धन असहाय वयोवृद्ध अनुसूचित जाति वर्ग हेतु शासकीय नवीन योजना लाभ प्रद। रात्रि 3 याम व्यापिनी होने के कारण गायन वादक नर्तक चलचित्र अभिनेता निर्माता हेतु कष्ट प्रभार सूचक। धान्य गल्ला स्थिर समभाव। जंगल वस्तु इमारती लकड़ी तांबा कांसी मूंगा मादक पदार्थ भूगर्भ खनिज वस्तु घी शक्कर गुड़ मावा श्रीफल डॉयफ्रूट आदि में लाभ प्रद भावी तेजी की रचना। शुक्र उदय पश्चिम, वत्स दक्षिण, त्रैमासिक राहु पूर्व, मूल स्वर्गे इति शुभमस्तु। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः |
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःख भाग भवेत्||
इति शुभम् – ज्योतिर्विद आचार्य गजानन शास्त्री……..