मकर :- भो जा जी जू जे जो खा खी खु खे खो ग गी(ग=ज्ञ,क्ष=ख)
आपको इस पुरे वर्ष में पहला मकर शनि पेट पर सोना का पाया बकरा वाहन पर साढ़े साती पनौती में चलेगा|आपकी राशि पर शनि स्वगृही होने से मनोबल बढेगा,अति उत्साह,परिश्रम से लाभ,पराक्रम वृद्धि,व्यवसाय व राजयोग में उच्च स्थिति रहेगी|स्त्री चिंता,गुप्त गुह्या,पीड़ा बनेगी|अन्य स्त्री से बदनामी,धोखा मिले|अन्याय,अत्याचार,भोग विलासिता का गलत रास्ता यदि पकड़ते हैं तो यह शनि पनौती आपको हतोभ्रष्ट कर देगी|अतः सत्य व न्याय पर ही चलें|पुरे वर्ष में कुम्भ गुरु 2 रे चलेगा| “स्थान हानि करो जीवः”के अनुसार धन हानि,खर्च की अधिकता भाई के लिए खर्च,विश्वास से धोखा,नेत्र कर्ण पीड़ा बनेगी|तथापि आकस्मिक लाभ,गुप्त लाभ,व्यवसाय में लाभ राजयोग बनेगा|शत्रु पैदा होंगे|व स्वतः नष्ट होंगे|वर्ष में वृष राहू 5 वें,वृश्चिक केतु 11 वें ता.25.03.2022 ई,तक चलेंगे|उच्च का राहू 5 वें उच्च विद्या बुद्धि में सफलता प्रगति रहेगी व संतान चिंता होगी|पढाई में विश्वास घात से सावधान रहें|11 वें केतु सर्वारिष्ट नाशक होने से कष्टों से बचाव,आर्थिक लाभ देगा|भाग्य में अच्छे चांस मिलेंगे|बड़े बूढों को कष्ट,परिवार चिंता रहेगी|आगे राहू मेष का चौथा संघर्ष,स्थान परिवर्तन,अनस्थिरता,शोक संवेदना,एलर्जी,धोखा देगा|तुला का केतु स्थान परिवर्तन नया कारोबार,पिता को कष्ट प्रद होगा|
निष्कर्षतः पेट से पैरों पर शनि साढ़े साती पनौती न्याय के मार्ग पर चलने पर उत्थान,उत्कर्ष,प्रगति देगी|अशुभ शान्ति हेतु शिव उपासना,रुद्राभिषेक,सर्प शांति,सुन्दर काण्ड पाठ,मंदिर पर ध्वजा चढ़ाना,गृह शांति यज्ञ में दुर्वा,कुशा की समिधाओं के हवन से शान्ति बने|दुर्गा यज्ञ,श्री शुक्त पाठ से आर्थिक लाभ बने|मंदिर पर ध्वजा चढाने से राहू केतु कु शांति होवे|मयूरों,मछलियों,गायों,कुत्तों,व कीड़ी मकोड़ी को भोजन देने ससे कष्ट दूर होवे|तुलसी,पीपल रोपण पूजन से सुख समृद्धि होवे|तुलसी विवाह,ब्राह्मण कन्या का विवाह में सहयोग करने से मनोकामनाएं पूर्ण होवे|पन्ना,हीरा,नीलम रत्न धारण करने से लाभ होवे|अंक 2,6,7,8,व काली,सफेद,हरी,नीली व जलज वस्तुओं के व्यवसाय से लाभ होगा|