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जीवित्पुत्रिका व्रत2020 जितिया पर्व विधि

तीन दिन का जितिया व्रत
सप्तमी का दिन नहाय खाय होता है, अष्टमी को निर्जला उपवास रखा जाता है और फिर नवमी के दिन व्रत पारण किया जाता है.

Jivitputrika Vrat 2020 Dates

नहाय खाय- सप्‍तमी, 9 सितंबर, बुधवार

निर्जला व्रत- अष्‍टमी, 10 सितंबर, गुरुवार

पारण- नवमी, 11 सितंबर, शुक्रवार

पांचांग के अनुसार जितिया व्रत
बुधवार 9 सितंबर को नहाय-खाय, रात्रि में शुद्घ भोजन करना है. भोर में सरगही. गुरुवार, 10 सितंबर को उदया तिथि अष्टमी में व्रत किया जाएगा. शाम को पूजन होगा. शुक्रवार, 11 सितंबर को सूर्योदय के उपरांत प्रात: काल में पारण होगा.

तीनों दिन की व्रत विधि
नहाय खाय
छठ की तरह ही जिउतिया में नहाय खाय होता है. महिलाएं सुबह गंगा स्नान करती हैं. इस दिन सिर्फ एक बार ही सात्विक भोजन करना होता है. नहाय खाय की रात को छत पर जाकर चारों दिशाओं में कुछ खाना रख दिया जाता है.
निर्जला व्रत
इसे खुर जितिया कहा जाता है. निर्जला व्रत होता है.
पारण का दिन
आखिरी दिन पारण किया जाता है. दान दिया जाता है.

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