कल शनिवार 31 मार्च 2018 को चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि है। इस रोज हनुमान जयंती पर्व मनाए जाने का विधान है। बल, बुद्धि और विद्या के दाता को प्रसन्न करने के लिए उनकी मूर्तियों पर चोला चढ़ाया जाता है, इस अनुष्ठान में चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर उसका लेप हनुमान जी पर चढ़ाया जाता है, इसके साथ चांदी का वर्क, जनेऊ, सोट्टा, लंगोट, खड़ाऊ। श्रृंगार हेतु काजल, इत्र, फूलमाला, तथा भोग में नारियल लड्डू व पान चढ़ाया जाता है। संध्या के समय दक्षिण मुखी हनुमान मूर्ति के सामने शुद्ध होकर मन्त्र जाप करने को अत्यंत महत्त्व दिया जाता है। इस दिन हनुमान जी के विशेष व्रत पूजन व उपाय से कमजोरों को बल की प्राप्ति होती है। बुद्धिबल में वृद्धि होती है व गृहक्लेश से मुक्ति मिलती है।
पूजन विधि: घर की उत्तर दिशा में लाल वस्त्र बिछाकर के हनुमानजी के चित्र की स्थापना कर विधिवत पूजन करें। तांबे के दीपक में चमेली के तेल का दीपक करें, गुगल से धूप करें, सिंदूर से तिलक करें, लाल फूल चढ़ाएं व गुड़-चने का भोग लगाएं। लाल चंदन की माला से 108 बार यह विशेष मंत्र जपें। पूजन उपरांत भोग प्रसाद स्वरूप में वितरित करें।
पूजन मुहूर्त: प्रातः 07:50 से प्रातः 08:50 तक। (जन्म लग्न शुद्ध मुहूर्त)
पूजन मंत्र: ॐ आञ्जनेयाय नमः॥
उपाय
बुद्धि बल में वृद्धि हेतु हनुमान जी पर चढ़े सिंदूर से नित्य तिलक करें।
गृहक्लेश से मुक्ति हेतु हनुमान जी पर चढ़े नींबू-मिर्च घर के मेन गेट पर बांधें।
शारीरिक बल में वृद्धि हेतु हनुमान जी पर चढ़े बादाम का नित्य सेवन करें।
नमस्कार है पंडित जी को
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