वृषभ :- ई,उ,ए,ओं,वा,वी,वू,वे.वो(व=ब)
इस वर्ष में आपकी राशि पर वृष का उच्च राहू,7 वें वृश्चिक का केतु ता.25.03.2022ई.तक चलेगा|उच्च मानसिक स्थिति से कार्यों में सफलता मिलेगी|स्थान परिवर्तन नया कार्य,प्रगति में संयोग बनेगा|स्त्री चिंता,एलर्जी भी बनेगी|आगे मेष का राहू 12 वें तुला का केतु 6 ठे आएगा जो खर्च की अधिकता,यात्रा प्रवास,विश्वास से धोखा,उदर पीड़ा,यात्रा में कष्ट,फ़ूड पोइजन,अग्निभय बनेगा|इस पुरे वर्ष में मकर शनि 6 वें स्वक्षेत्री चलेगा|जो भाग्योदय,विजय,लाभ,राजयोगद,सफलता कारक रहेगा|भातृ चिंता रहेगी|नौकरी,व्यवसाय में,सफलता मिलेगी|इस पुरे वर्ष में कुम्भ गुरु 10 वें चलेगा|आर्थिक लाभ, भूमि मकान वाहन संपत्ति सुख,विजय,मान सम्मान,आर्थिक शुभ कार्य होंगे|परन्तु “स्थान हानि करो जीव”के अनुसार कुम्भ का 10 वें गुरु पिता को कष्ट,विश्वास से धोखा बने|अपने कार्यों की व्यापार की गोपनीयता बनाई रखें|
निष्कर्षतः वर्ष भाग्योदय,राजयोगद,सम्पन्नता प्रद है|राहू केतु की शांति हेतु रुद्राभिषेक,शिव उपासना,सर्प शांति,सुन्दरकाण्ड पथ,प्रदोष व्रत,गृहशांति,दुर्गा यज्ञ,से विजय लाभ सफलता प्रगति मिलेगी|मंदिर पर ध्वज चढ़ाना,दूर्वा यज्ञ,मयूर मछलियों,चीलों व कुत्तों को भोजन देने से राहू केतु आदि अपग्रह शांत होंगे|गायों को घास अपंग,अपाहिजों को भोजन देने से शुभ रहेगा|हीरा पन्ना नीलम रत्न धारण से लाभ होगा|अंक 2,6,11 व सफ़ेद,हरी,पीली,काली वस्तुओं से लाभ बनेगा|स्त्रियोचित वस्तुएं व सौंदर्य प्रसाधन के व्यवसाय में लाभ होगा|घी,मक्खन,दूध,छाछ आदि से लाभ बनेगा|