जब कोई भी मास अधिक हो तब ये व्रत करना चाहिए,अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहा गया हैं| 33 खाजा को कांसी के पात्र में ब्राह्मण को दान करना चाहिए ||
जब कोई भी मास अधिक हो तब ये व्रत करना चाहिए,अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहा गया हैं| 33 खाजा को कांसी के पात्र में ब्राह्मण को दान करना चाहिए ||